Maha Kumbh 2025: सेक्टर-7 की पहचान बना मटके वाला चौराहा, जल संरक्षण का संदेश पहुंचा रहा जल जीवन मिशन का स्वच्छ सुजल गांव

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Sat, 18 Jan 2025: Fact Recorder

प्रयागराज। महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर-7 को अब मटके वाले चौराहे के रूप में नई पहचान मिल रही है। ये नाम किसी संस्था ने नहीं दिया है बल्कि श्रद्धालुओं ने जल जीवन मिशन के स्वच्छ स्वच्छ सुजल गांव में बने विशालकाय मटके की कलाकृति को देखकर दिया है। स्वच्छ सुजल गांव के मुख्य द्वार पर बना विशालकाय मटका यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।

श्रद्धा, आस्था और भक्ति के महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर-7 को अब मटके वाले चौराहे के रूप में नई पहचान मिल रही है। ये नाम किसी संस्था ने नहीं दिया है, बल्कि सेक्टर-7 में आने वाले श्रद्धालुओं ने जल जीवन मिशन के स्वच्छ स्वच्छ सुजल गांव में बने विशालकाय मटके की कलाकृति को देखकर दिया है। स्वच्छ सुजल गांव के मुख्य द्वार पर बना विशालकाय मटका यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इतने बड़े मटके और उसमें गिरते स्वच्छ जल की कलाकृति देखने के लिए लोगों का हुजुम उमड़ रहा है। शुक्रवार को एक लाख से अधिक लोगों ने स्वच्छ सुजल गांव का भ्रमण किया और इसकी खूबसूरती देखकर अभिभूत हो रहे हैं।

दिल्ली से अजय अपने परिवार के साथ महाकुंभ मेले में आए हैं। वो सेक्टर-7 में अलग-अलग स्टॉल घूम रहे थे। इस दौरान भीड़ की वजह से उनका परिवार थोड़ी देर के लिए बिछड़ गया। फोन पर बात करते हुए अजय ने अपने परिवारीजनों से कहते हैं कि मैं मटके वाले चौराहे पर हूं। वहीं आ जाओ। इसी तरह से तमाम तीर्थयात्री खूबसूरत विशाल मटके की वजह से अब चौराहे को मटके वाले चौराहें के नाम से पुकार रहे हैं। स्वच्छ सुजल गांव के मुख्य द्वार के बगल में बना विशालकाय मटका श्रद्धालुओं के लिए सेल्फी प्वाइंट बनकर भी उभरा है। मुंबई से महाकुंभ में आई दीपाली बताती हैं कि ये मटका बहुत आकर्षक हैं। इस महाकुंभ में कलाओं का भी संगम देखने को मिल रहा है।